३१ जनवरी को होने वाले पुष्करणा ब्राह्मण समाज सावे की रमक झमक अब पुरे शहर में देखी जा सकती है । शहर में हर जगह कही औरतें गीत गाती हुई निकलती दिखती है तो कहीं लोग खोला परम्परा से मुह रंग करवाकर आते हुए बटुको का तो जैसे शहर में जमावड़ा सा हो गया है कहीं तो एक एक घर में चार पांच बटुको की जनेउ डाली जा रही है । पान की दुकानों पर रोज से ज्यादा भीड़ दिखनी लगी है और जगह-जगह ब्याह के गीत बझ रहे है जो माहोल को और सावामय बना रहे है । वही पाटी, गोटा, गेडिया लेने के लिए बटुको की भीड़ देखने को मिल रही है । पुष्करणा युवा शक्ति मंच रमक झमक ने शगुन के 1100 बड पापड तैयार करवाए है जो अभिजीत मुहरत में शुहगिन औरतों के द्वारा बने है । देखे कुछ झलकिया –
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