धन पाने और उसको तिजोरी में रखने के हर कोई लाख जतन करता है, लेकिन धन लक्ष्मी कभी नहीं रुकती क्योंकि लक्ष्मी है ही चंचला।लेकिन हमारा काम पूर्ण हो तक तो रुक जाए यह प्रार्थना भी हमारी स्वीकार हो जाए तो भी हम भाग्यशाली है। ज्योतिष व तंत्र उपाय के अलावा कई सामान्य से दिखने वाले साधकों के अपने अनुभूत प्रयोग है । ज्योतिष जिज्ञासु हूं इसलिये बुजुर्गों व ज्योतिषियों से बड़ी श्रद्धा से आग्रह कर अनुभूत प्रयोग उपाय जानकर समय समय पर आपको शेयर करता हूँ।
घर में लक्ष्मी मां का निवास हो इसके लिए क्या करें –
साधक तुम्बड़ी वाले बाबा मेरे पिताजी पण्डित छोटुजी ओझा ने मुझे बताया था कि लक्ष्मी को ज्यादा समय रोके रखने की कृपा प्राप्त करने के लिये उनके भाई शंख को पहले उसके पास विराजमान करना चाहिये। उसके बाद 2-3 चमच्च देशी गाय का कच्चा ताजा दूध लेकर शुद्ध चांदी की कटोरी में शुद्ध चांदी के सिक्के पर यह दूध डालकर केशर चन्दन के छींटे देकर प्रार्थना करनी चाहिये। लक्ष्मी जी हमारे शुभकार्य को सम्पन्न करने के लिये अधिक से अधिक समय यहां विराजमान रहकर हमारे कारज सिद्ग करें। रात भर में दूध जम कर माता लक्ष्मी वाला सिक्का स्थिर सा हो जाएगा। अब सुबह शुभ लाभ चौघड़िए में पुनः केशर चन्दन के इस पर छींटे देकर नैवेद्य अर्पण कर भगवती लक्ष्मी से प्रार्थना कर इस कटोरी को सिक्के सहित लाल कपड़े में लपेट कर साल भर रहने दे।
एक बात का ध्यान रखे कि इससे लाभ यानी फायदा होने पर गरीब कन्या की शादी और गौ सेवा में यथा सामर्थ्य सहयोग जरूर करें भूले नहीं। माता पर आस्था विश्वास रखिये लाभ जरूर होगा।
– प्रहलाद ओझा ‘भैरू’
दीपावली पर लक्ष्मी जी पूजन का मुहूर्त –
लक्ष्मी की पूजा गौधुली वेला में करना अथवा वृष लग्न अथवा सिंह लग्न में श्रेष्ठ है। इसके अलावा लाभ शुभ बेला अथवा अभिजीत बेला उत्तम है। श्रेष्ठ मुहूर्त शाम 5:50 से 8:27 (गौधुली /वृष) 12:24 से 2:26(सिंह लग्न)