सनातन धर्म में शरीर मन और अध्यात्म की सबसे उत्कृष्ट अवस्था को पाने के लिए ब्रह्मचर्य का आचरण करने को कहा गया है ब्रह्मचर्य के आचरण से आप यशस्वी बलवान और ज्ञानवान बनते हैं सत्य आपके मुख पर तेज की तरह चमकता है लेकिन आज समाज में ब्रह्मचर्य को लेकर बहुत सारी भ्रांतियां है। समाज में अविवाहित पुरुष या स्त्री को ही ब्रह्मचारी माना जाने लगा है। अब विवेकानंद और दयानंद सरस्वती और अन्य महापुरुषों को इसलिए ब्रह्मचारी नहीं मानते कि वह ज्ञानी थे हम इसलिए मारते हैं क्योंकि वह…
Read MoreAuthor: ramakjhamak
कल बीकानेर शहरी परकोटे में रहेगी अंतराष्ट्रीय ऊंट उत्सव की रौनक
बीकानेर । बीकानेर कार्निवल के साथ शुक्रवार को तीन दिवसीय अंतराष्ट्रीय ऊंट उत्सव की शुरूआत होगी। कार्निवल में देश-प्रदेश की बहुरंगी संस्कृति की झलक देखने को मिलेगी। जिला कलेक्टर भगवती प्रसाद कलाल ने बताया कि बीकानेर कार्निवल की शुरूआत दोपहर 2 बजे होटल लालगढ़ से होगी। यह कार्निवल यहां से लक्ष्मी निवास पैलेस, तीर्थंभ सर्किल, जूनागढ़ के आगे से होते हुए पब्लिक पार्क पहुंचेगी। कार्निवल में बीएसएफ का ऊंट दस्ता, विंटेज कारें, रॉयल एन्फील्ड बाइक्स, विभिन्न कार्टून्स का रूप धरे बच्चे, ऊंट गाड़ों पर कच्छी घोड़ी, मयूर नृत्य, बहरूपिया, कठपुतली,…
Read Moreराजस्थानी सांस्कृतिक मॉडलिंग शो में बीकानेर के स्लाइट पुरोहित पहले रनरअप
राजस्थानी कल्चरल मॉडलिंग शो का हुआ आयोजन राजस्थानी संस्कृति और राजस्थानी पहनावे को प्रोत्साहन देने के लिए ड्रीमस्टार प्रोडक्शन हाउस के तत्वाधान में कल 7 जनवरी 2023 को नोबल स्कूल, फालना में राजस्थानी टीम पर मॉडलिंग फैशन शो का आयोजन हुआ। जिसमें कार्यक्रम के मुख्य अतिथि नोबल स्कूल की संरक्षिका सुधा वर्मा समाजसेवी अमित मेहता अधिवक्ता कमल श्रीमाली थे जिसमे आने वाले मुख्य अतिथियों व प्रतिभागियों का राजस्थानी रीति रिवाज के साथ स्वागत किया गया। शो में राजस्थानी वेशभूषा पहन युवक युवतियां रैंप पर उतरे। मिस्टर राजस्थान, 1st runner up…
Read Moreदेव उठनी एकादशी, जानिए कब होगा तुलसी विवाह और व्रत
देवउठनी एकादशी तिथि सभी एकादशी तिथियों में महत्वपूर्ण है। कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की एकदशी तिथि को देवउठनी एकादशी कहते हैं। देव उठनी एकादशी को देवउठनी एकादशी, प्रबोधिनी एकादशी और उत्थान एकादशी भी कहा जाता है। पौराणिक मान्यता के अनुसार इस दिन भगवान विष्णु चार माह बाद योगनिंद्रा से जागते हैं और पृथ्वी के समस्त कार्यों को एक बार फिर अपने हाथों में ले लेते हैं। चार महीनो के बाद देव उठनी एकादशी से ही मांगलिक कार्यों की शुरुआत होती है। देवउठनी एकादशी के दिन होता है तुलसी –…
Read Moreक्या है धनतेरस का अर्थ क्यों मनाते है क्या है इसका महत्व
धनतेरस का अर्थ क्या है ? इस त्यौहार को क्यों मनाते है ? क्या धनतेरस को धन से जोड़कर देखना सही है ? और इस त्यौहार को क्यों मनाया जाता है धनतेरस का क्या महत्त्व है ? धनतेरस के दिन क्या खरीददारी करना शुभ माना जाता है ? अगर ये जानने की जिज्ञासा आप रखते है तो हम आपको ये सभी जानकारी देने जा रहे है। क्या है धनतेरस का अर्थ और क्यों मनाया जाता है पांच दिन के दीपावली पर्व को एकीकृत रूप में देखा जाता है इसके हर…
Read Moreनये संसद भवन में अशोक स्तंभ को रूप देने वाले मूर्तिकार लक्ष्मण व्यास, साहित्यकार छंगाणी, डॉ सोनी व डाँ अबरार का रमक अभिनन्दन
संसद भवन में राष्ट्रीय प्रतीक चिन्ह अशोक स्तंभ को आकार देने वाले देश के प्रख्यात मूर्तिकार लक्ष्मण व्यास, साहित्यकार छंगाणी, डॉ सोनी व डॉ अबरार का अभिनन्दन बीकानेर। सांस्कृतिक गतिविधियों में निरन्तर गतिशील संस्थान रमक झमक के खुले प्रांगण में सांस्कृतिक विरासत व पौराणिक कला पर चर्चा तथा सम्मान समारोह का आयोजन किया। समारोह में संसद भवन की छत पर राष्ट्रीय प्रतीक चिन्ह अशोक स्तंभ को आकार देने वाले देश के प्रख्यात मूर्तिकार लक्ष्मण व्यास का भव्य अभिनन्दन किया गया। रमक झमक के अध्यक्ष प्रहलाद ओझा ‘भैरु’, राधेकृष्ण ओझा,…
Read More‘करवो ले करवो ले व्रत भोंगनी करवो ले ‘ जानिये करवा चौथ की कथा और चंद्रोदय का समय
सुहागिन महिलाओं में जिस व्रत का उत्साह कई दिन पहले शुरू हो जाता है वह करवा चौथ का व्रत आ रहा है। किसी भी व्रत का आधार आध्यात्मिक, मानसिक और शारीरिक होता है। जब आप व्रत रखते हैं, तब आपका पूरा शरीर शुद्ध हो जाता है। जब शरीर में से विषैले पदार्थ निकल जाते हैं, तब मन तीक्ष्ण होता है। ऐसी अवस्था में आप जो भी इच्छा करते हैं या जिस भी लक्ष्य को प्राप्त करना चाहते हैं, वह पूरा होता है। यह श्रद्धा है, नियम भी है और इसका…
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