पतंगों के माध्यम से पुष्करणा सावा सन्देश बीकानेर। मकर सक्रांति के साथ ही मल मास समाप्त हो गया। पुष्करणा सावा के मांगलिक गीतों के कार्यक्रम अब शुरू होंगे। सावा के वातावरण निर्माण व कुरीतियों को दूर करने व सावा संस्कृति को बचाने के लिए पतंगों पर स्लोगन सन्देश लिख कर पतंग उड़ाकर छोड़े गए। रमक झमक की ओर से करीब 200 पतंगों पर ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ , ‘बहु ने बेटी मानो सा लाडी ने लाड लडाओ सा’ , कुरीतियों ने घटाओ सा परम्पराओं ने निभाओ सा’ , व ‘एक…
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