बीकानेर । आगामी एक फरवरी को होने वाले पुष्करणा सावा के लिए बारह गुवाड़ बारह गुवाड़ चौक स्थित भैरव दरबार दरबार में ‘सावा रमक-झमक’ कार्यालय का उदघाटन हुवा । राजस्थानी साहित्यकार व अकादमी के पूर्व उपाध्यक्ष शिवराज छंगाणी,समाज सेवी सूरज रतन ओझा मनुजी,ईश्वर महाराज, श्रीलाल छंगाणी ने चहुमुखी दीपक प्रज्वलित किया, व्याख्याता सुनील बोड़ा व् एडवोकेट गोपाल पुरोहित ने शिव पार्वती विवाह के चित्र पर माल्यार्पण किया । गायक कलाकार आर के सुरदासनी ने भगवान गणपति का गीत गजानंद ने ध्यावो विवाह में रंग बरसाओ प्रस्तुत किया वही पंडित भागीरथ देरासरी, बद्री ओझा, रामलाल ओझा, लंगुरी पुरोहित,अल्लू ओझा व पूर्व पार्षद दुर्गादास छंगाणी ने आगन्तुको का स्वागत किया ।इस अवसर पर रमक-झमक के अध्यक्ष प्रहलाद ओझा ‘भैरु’ ने कहा कि 15 से मलमास शुरू हो जाएगा इसलिए कार्यालय आज से नियमित शाम 6 से 9 सेवाएं शुरू करदी गई है विवाह सामग्री की प्रिंट सूचि, विवाह का सम्पूर्ण शेड्यूल, रीति रिवाज की जानकारी के साथ यग्योपवित बटुकों को दी जाने वाली पारंपरिक पाटी, घोटा, खड़ाऊ, गेडिया, पंजिया व बटुवा नि:शुल्क प्राप्त करने के लिए रजिस्टेशन शुरू कर दिया गया है । साहित्यकार शिवराज छंगाणी ने कहा कि बीकानेर शहर की पुरानी परंपरा व् संस्कृति में ‘सावा’ मुख्य हे और इस परंपरा व संस्कृति को बढ़ाने व बचाने में पंडित छोटूलाल ओझा व रमक-झमक का बड़ा योगदान है । सूरजरतन ओझा मनुजी ने कहा कि ऐसी सावा बीकानेर शहर की शान है । ईश्वर महाराज ने कहा कि रमक-झमक ने बीकानेर का नाम व सावा की पौराणिक संस्कृति व इसके फायदों को पुरे हिंदुस्तान तक पहुचाया है । रमक-झमक की और से राधे ओझा ने आभार व्यक्त किया ।।
अध्यक्ष- प्रहलाद ओझा ‘भैरुँ’