वरिष्ठ साहित्यकार शिवराज छंगाणी ने कहा कि पुष्करणा समाज का ‘ओलम्पिक सावा’ पूरी दुनिया के लिए एक मिसाल है। यह संस्कृति और परम्पराओं को जीवंत रखने में सहायक है। आज भी देश के विभिन्न क्षेत्रों के लोग बीकानेर की इस पुरातन परम्परा को देखने आते हैं। रमक-झमक द्वारा सावे की परम्परा संरक्षण के लिए किया जा रहा कार्य अनुकरणीय है। छंगाणी बुधवार को रमक-झमक संस्था द्वारा बारहगुवाड़ स्थित कार्यालय में रमक-झमक पुष्करणा सावा-2017 के फोल्डर के विमोचन समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि देखादेखी की हौड़ में…
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पुष्करणा सावा शास्त्रार्थ में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले पंडितों का सम्मान
बीकानेर। रमक झमक संस्था की ओर से बारह गुवाड़ चौक में पुष्करणा सावा शास्त्रार्थ में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले पंडितों का सम्मान किया गया। रमक झमक के राधे ओझा ने बताया कि पुष्करणा तिथि शास्त्रार्थ की व्यवस्था करने वाले झूठापोता परिवार अध्यक्ष नारायण व्यास, तिथि वार, नक्षत्र, मुहूर्त पर मंथन विश्लेषण पश्चात एकमत होकर शिव पार्वती के नाम विवाह तय करने में ज्योतिष व पंडितो में अग्रणीय भूमिका निभाने वाले वेद प्रतिष्ठान के संचालक वयोवृद्ध याज्ञीक सम्राट ज्योतिर्विद पं बंशीधर ओझा, कर्मकांडी पंचागकर्ता राजेंद्र किराड़ू, ज्योतिष रत्न कर्मकांडी पं अशोक…
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