पुष्य नक्षत्र में किया गया मंत्र जाप व अनुष्ठान का फल कई गुना बढ़ जाता हैं पुष्य से पुष्य तक लगातार इन 27 दिनों में किया गया जाप एक संपूर्ण पुष्चरण या यू कहें कोर्ष हो जाता है मंत्र शक्ति की पूरी कृपा आप पर बरसती है इस बार नवरात्रा की नवंमी और पुष्य नक्षत्र जो शुभदायक हैं इसलिए मंत्र और अनुष्ठान की शुभता में कई गुना बढ़ोतरी होगी अगर किसी व्यक्ति की शादी में किसी भी कारण से विलम्ब हो रहा है या तय होने के बाद बार-बार टूट…
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