पुष्करणा सावा पौराणिक संस्कृति अक्षुण रखती है रमक झमक संस्था -मंत्री बी डी कल्ला

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बीकानेर। उर्जा व जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री डाॅ.बुलाकी दास कल्ला ने कहा है कि पुष्करणा समाज का 21 फरवरी 2019 को होने वाला सामूहिक सावा संस्कृतिक धरोहर व परम्परा का प्रतीक है।रमक झमक जैसी संस्था पौराणिक संस्कृति को अक्षुण रखने के लिये कार्य कर रही है जिसकी सराहना की जानी चाहिये,उन्होंने आवाह्न किया कि युवक-युवतियों का विवाह सावे में अधिकाधिक संख्या में करें, जिससे हमारी वर्षों पुरानी यह परम्परा भी जीवित रहेगी ।
डाॅ.कल्ला मंगलवार को बारह गुवाड़ चौक में पुष्करणा समाज के सामूहिक सावे पर सेवा व सुविधा देने वाली रमक झमक संस्था के सावा कार्यालय का उदघाटन करते समय विचार व्यक्त किये ।
इस अवसर पर राजकुमार किराडू, सुशील ओझा, राम लाल ओझा, सूरजकरण ओझा, श्याम सुन्दर छंगाणी, ईश्वर महाराज छंगाणी, रत्ना महाराज,प्रो.राजेन्द्र पुरोहित,सीन महाराज,गेवरचन्द भादाणी,लालजी ओए,अमरनाथ व्यास,एके चुरा,शिव छंगाणी,मदन लाल हर्ष,विनोद पुरोहित,मनीष बडगुजर, गोविंद ओझा,आनन्द पुरोहित,व रोहित छंगाणी आदि उपस्थित थे ।
कार्यक्रम में पण्डित गोपाल भादाणी, पंडित मुकेश छंगाणी व पण्डित अभिषेक पुरोहित ने सवस्ती वाचन किया व साफ़ा पहनाकर डॉ कल्ला का स्वागत किया ।
इस अवसर पर डाॅ.कल्ला ने भैरव उपासक व पुष्करणा सावे के लिए समर्पित भाव से आजीवन कार्य करने वाले स्वर्गीय छोटूलाल ओझा की पत्नी श्रीमती रामकंवरी का शाॅल ओढाकर और विद्युत एजेन्सी के सहायक अभियंता निमिष लखनपाल, नगर निगम के मुख्य स्वास्थ्य निरीक्षक मक्खन आचार्य, लोक गायक आर.के.सूरदासाणी व रमक झमक डाॅट काॅम वेव साइट का संचालन करने वाले राधे कृष्ण ओझा का दुपट्टा पहनाकर सम्मान किया।

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