गली में भूतनी- गली में भूतनी-भूतनी …पकड़ो पकड़ो…लूटो लूटो….
गली में गली में …. आयगी आयगी….पट पटिल…..तीगी तीगी..डंडल….लाल लाल….भूतनी भूतनी…लूटो लूटो….पकड़ो पकड़ो ….! अब हर दिन सुबह से शाम तक बीकानेर शहर के अंदुरीनी इलाके में हर रोज ये ही नजारा…१३ तारीख तक चलेगा…आखातीज के दिन पुरे दिन भर तेज गर्मी के बावजूद पूरा शहर का आसमान विभिन्न रंगों की पतंगों से पूरा ढक जायेगा…ये नजारा आज से ही शुरू हो चुका है.. पतंग और माझा की हर दुकान पर भीड़….डडल पुनि १५ रुपये की और सबसे महंगी..भूतनी पतंग…पुनि २५ रूपये की..! दिन भर इम्लानी का दौर. परिवार के साथ बैठकर घी वाला ..खिचड़ा खाया जायेगा..! एक दुसरे की पतंग काटने पर….जोर जोर से छतों से आवाज…बोई….कट्या.है…..उड़ा. .उड़ा.उड़ा…..लड्त्या है…….लड्त्या है. का स्वर और हर छत पर भीड़ देख कर आपका भी मन करेगा बीकानेर आकर पतंग उड़ने और पेच लड़ने का……और हा…चन्दा भी उड़ेगा…जो बीकानेर की स्थपना दिवस पर उड़ना जरुरी है…
गली में गली में …. आयगी आयगी….पट पटिल…..तीगी तीगी..डंडल….लाल लाल….भूतनी भूतनी…लूटो लूटो….पकड़ो पकड़ो ….! अब हर दिन सुबह से शाम तक बीकानेर शहर के अंदुरीनी इलाके में हर रोज ये ही नजारा…१३ तारीख तक चलेगा…आखातीज के दिन पुरे दिन भर तेज गर्मी के बावजूद पूरा शहर का आसमान विभिन्न रंगों की पतंगों से पूरा ढक जायेगा…ये नजारा आज से ही शुरू हो चुका है.. पतंग और माझा की हर दुकान पर भीड़….डडल पुनि १५ रुपये की और सबसे महंगी..भूतनी पतंग…पुनि २५ रूपये की..! दिन भर इम्लानी का दौर. परिवार के साथ बैठकर घी वाला ..खिचड़ा खाया जायेगा..! एक दुसरे की पतंग काटने पर….जोर जोर से छतों से आवाज…बोई….कट्या.है…..उड़ा. .उड़ा.उड़ा…..लड्त्या है…….लड्त्या है. का स्वर और हर छत पर भीड़ देख कर आपका भी मन करेगा बीकानेर आकर पतंग उड़ने और पेच लड़ने का……और हा…चन्दा भी उड़ेगा…जो बीकानेर की स्थपना दिवस पर उड़ना जरुरी है…