मेले मगरिये व सम्मान लोगों व संस्थाओ में उत्साह भरने का कार्य करते है -बी डी कल्ला/ कलिकाल में भैरव जागृत देव-रामकिशन आचार्य

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बीकानेर ।मेले-मगरिये  अपने  शहर में जोश व उत्साह भरते है  । सेवा करने वाले लोगों व संस्थाओं से जुड़े लोगो में अनूठा पावर आ जाता है क्योंकि आस्था और विश्वास से  सेवा करने वालों को शक्ति ही नही मिलती बल्कि मान सम्मान भी मिलता है ,ये उदगार आज पूर्व मंत्री डॉ बी डी कल्ला ने  रमक झमक संस्थान द्वारा मोती मानस भवन में आयोजित ‘भैरव  तूम्बड़ी सम्मान 2018’ कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में व्यक्त किये । विशिष्ट अतिथि  संत लाल बाबा ने कहा कि आज का रमक झमक द्वारा दिया गया भैरुं भक्त स्व छोटूजी ओझा की स्मृति में “तूम्बड़ी सम्मान 2018” कार्यक्रम सियाणा मेले की स्वयंसेवी संस्थाओं में नया उत्साह भरेगा व आप और अधिक आध्यत्मिक व सामाजिक सेवा कार्य मे जुटेंगे ये मेरा विश्वास है ।

लाल बाबा  ने कहा कि तूम्बड़ी रूपी खजाने  में हर सेवा सस्थान मासिक 100 रुपये प्रति सदस्य एकत्रित कर सियाणा भैरव मंदिर में भैरव मंदिर के रखरखाव,पुजारियों द्वारा भैरवनाथ की प्रतिदिन  पूजा व के  शयन आदि के साथ अन्य व्यवस्था उचित ढंग से हो सके ।

पूर्व सरपंच रामकिशन आचार्य ने कहा कि 

संतो के पास टुम्बडी होती थी उसमें उनका सब कुछ होता था, ब्राह्मण और सेवा करने वाली संस्था व उनसे जुड़े लोग संत तुल्य है ।आचार्य ने कहा कि भैरव नाथ इस कलिकाल में जागृत देव है यहाँ अच्छा करने पर तुरतं अच्छा परिणाम मिलता है लेकिन मन व भाव शुद्ध होना जरूरी है । रमक झमक द्वारा  शहर में ऐसे आयोजनों से स्वयंसेवी सगठनों में नई ऊर्जा का संचार होगा ।

उधोगपति राजेश चुरा ने कहा कि शहर छोटी काशी इसलिये ही है कि शहर के लोग ऐसी आध्यत्मिक व धार्मिक आयोजनों से जुड़कर सेवा करते है । पुजारी बाबा ने कहा कि सगठन में शक्ति है ये स्वयं सेवी सगठन इस बात का परिचय है कि पारिवारिक सामाजिक व धार्मिक स्तर पर भी बीकानेर शहर के लोग एक जुट है ,उन्होंने आवाह्न किया कि आज 42 संस्थाए अपनी टीम के साथ पहुची है ,शहर समाज के लिये ये एक जुटता हमे बनाए रखनी है ।

अतिथि के रूप में मनु भाईजी,मदन छंगाणी, श्याम सुंदर छंगाणी, ईश्वर महाराज व मखन लाल ओझा ने भी विचार व्यक्त किये ।

कार्यक्रम में  रमक झमक के अध्यक्ष प्रहलाद ओझा ‘भैरु’ ने तूम्बड़ी सम्मान का परिचय व उधेश्य बताया व अतिथियों का स्वागत किया । आर के सुरदासानी व लक्ष्मीनारायण ओझा ने छोटुजी ओझा की  ‘भैरु तूम्बड़ी भरदे’  ‘थोरी तूम्बड़ी मेवा म्हेतो करो ला सेवा’ सुनाई तो उपस्थित समुदाय ने टेर भरी तो वातावरण गुंजायमान हो गया ।  तूम्बड़ी सम्मान में लाल बाबा ,शेर महाराज का अभिनंदन शॉल,श्रीफल,साफा,सम्मान पत्र अतिथियों द्वारा दिया जाकर अभिनन्दन  किया गया व 43 संस्थाओ को  भैरव नाथ का फोटो सम्मान के रूप में विशेष रूप से दिया गया जबकि इस वर्ष का “तूम्बड़ी सम्मान 2018” का सम्मान  घेट्टड महाराज ओझा को  पीतल की बनी तूम्बड़ी में मेवा मिश्री टॉफियां भर कर भेट कर सम्मान किया अतिथियों के साथ स्व. छोटू जी पत्नी श्रीमती रामकवरी भी शामिल हुई ।

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