वास्तव में क्या और कैसे होती है डोलची

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ये है वास्तविक ‘डोलची’ -यह चमड़े की बनी होती है। -डोलची ऊंट की खाल से बनी होती है। -इसके पीछे लकड़ी का हत्था इसे पकड़ने के लिये होता है। -इसमें करीब 800 से 900 ml पानी भरा जाता है। -इसका आगे का मुंह तिकोना टाइप होता है। -यह दो प्रकार की होती है,लेफ्ट हेंडर के लिये अलग व राइट हेंडर के लिये अलग। -इसकी लम्बाई 9 इंच होती है। -इसका मुच् करीब साढ़े तीन से चार इंच तक बनावट के अनुरूप होता है। -इसमें पानी भर कर एक दूसरे की…

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देखे रम्मतों, हर्षो व्यासो के पानी के खेल, डांडिया और फागानिया फुटबॉल के फोटो ….

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रविवार को शहर में विभिन्न जगह होली के रंग देखने को मिले । शुबह बारह गुवाड़ में स्वांग मेहरी रम्मत का आयोजन हुआ तो रात को आचार्यों के चौक में अमर सिंह राठौर की रम्मत का मंचन । वही दोपहर २ बजे हर्षो के चौक में हर्ष-व्यास जाती पानी खेल खेल गया जिसे डोलची मार खेल भी कहा जाता है । इसमें हर्ष और व्यास जाती के लोग डोलची में पानी भर कर एक दुसरे पर फेंकते है । इसे देखने हज़ारों की संख्या में लोग पहुचे जो भी पानी…

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जाने क्या और क्यों होती है रम्मतें …

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रम्मत का अर्थ सामान्य शब्दों में रम्मने यानि खेलने से बना है । अगर आज की भाषा में बात करें तो एक प्रकार का नुक्कड़ नाटक । बीकानेर में स्वांग -मेहरी, हेडाऊ-मेहरी, शहजादी-नव टंकी, अमरसिंह – राठौड़, की मुख्य रम्मतें होती है । ये किसी ना किसी कहानी से जुडी हुई होती है और इसमें वास्तविक कहानी के साथ-साथ लोग अपनी हसी-मजाक और ख्याल तथा चौमासे भी गाते है । यहाँ हर रम्मत से पहले अखाड़े में भगवन गणपति या फिर आशापुरा माता आतें है और उस समय लोगों की…

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