प्रहलाद ओझा ‘भैंरू‘ 1. ग्रहण, दीपावली, होली, नवरात्रा, श्राद्ध, संक्रांति, पूर्णिमा, व्रत व अमावस्या को संभोग करने से घर में क्लेष, स्वास्थ्य संबंध परेषानी व आयु का क्षय होता है । 2. फैषन के चलते आजकल लोग नाखुन बढ़ाते है, इससे आसुरी प्रवृति पैदा होती है उनमें दया का भाव कम देखा गया है । नाखुन में गंदगी जमा होने से वह गंदगी भोजन के साथ पेट में चली जाती है अतः नाखुन न बढाये । 3. औरत के मासिक चक्र के दौरान संभोग करने से, उसके हाथ का…
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