*रमक झमक द्वारा रम्मतों व् डोलची कलाकारों का अभिनन्दन* बीकानेर होली पर सास्कृतिक परम्परा व् मूल सस्कृति के संवाहक संगठन व् व्यक्तियों को रमक झमक संस्था सम्मानित कर रही है । रमक झमक के राधे ओझा ने बताया कि रमक झमक द्वारा आज कीकाणी व्यासों के चौक एवं बारह गुवाड चौक में मंचित स्वाग मेहरी रम्मत के कलाकारों को डॉ बी डी कल्ला, जनार्दन कल्ला,रतना महाराज, पुजारी बाबा, शेर महाराज ,मदन छंगाणी व् रमक झमक के अध्यक्ष प्रहलाद ओझा’भैरु’ ने मालाए व् दुपट्टा पहनाए तथा रम्मत के सबसे वरिष्ठ कलाकार…
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जाने क्या और क्यों होती है रम्मतें …
रम्मत का अर्थ सामान्य शब्दों में रम्मने यानि खेलने से बना है । अगर आज की भाषा में बात करें तो एक प्रकार का नुक्कड़ नाटक । बीकानेर में स्वांग -मेहरी, हेडाऊ-मेहरी, शहजादी-नव टंकी, अमरसिंह – राठौड़, की मुख्य रम्मतें होती है । ये किसी ना किसी कहानी से जुडी हुई होती है और इसमें वास्तविक कहानी के साथ-साथ लोग अपनी हसी-मजाक और ख्याल तथा चौमासे भी गाते है । यहाँ हर रम्मत से पहले अखाड़े में भगवन गणपति या फिर आशापुरा माता आतें है और उस समय लोगों की…
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