बीकानेर में गवर को बचाने के लिए 3 लोग गर्दन कट जाने पर भी लड़ते रहे जो आज भी भादाणी जाती द्वारा पूजे जाते है और उनके यहाँ जात दी जाती है। शाही गणगौर कैसे निकलती है और बीकानेर का जोधपुर से गणगौर को लेकर क्या रिस्ता है क्यों आज भी सैनिको को देखकर गणगौर को दौड़ा कर ले जाते है। कैसे ओसवाल बछावत समाज राजा से बचा और भादानियो को अपना गुरु बनाया ? भादो जी कौन थे ? ये सभी आप इस वीडियो में देख कर जान सकते है।
जानिये घुड़ले के बारे में