व्यास जाति की गेर आज शाम निकाली जाएगी । गेर हर साल की ही भांति व्यासो के चौक से रवाना होकर शहर घुमती हुई हर्षो के चौक पहुचती है । गेर में बीन बने बहरूपिये को ले जाया जाता है और और विभिन्न चौक से गुजरने के बाद हर्षो के चौक में पहुच कर वास्तविकता में खातिरदारी भी की जाति है । यही नहीं बल्कि दुल्हे का हाथकाम, पोखना आदि की परम्परा भी निभाई जाति है । दरअसल ये परम्परा होली पर कई बरसो से निभाई जा रही है । होली पर बीकानेर शहर में ऐसे ही कई हंसी मजाक के आयोजन होते रहते है और इस तरह के शहर के कई रंगीन फोटोज हम आपको खबर के साथ साथ उपलब्ध करवाते रहेंगे…
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